Financial Regulators In India – भारत के वित्तीय नियामक: सभी 5 नियामकों को जानें

Financial Regulators In India

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वित्तीय नियामक (Financial Regulators) क्या होता है।

वित्तीय नियामक भारत के स्वतंत्र संस्थान है। जो वित्तीय प्रणाली को नियंत्रित और निगरानी करने के लिए बनाए है। जिनका मुख्य उद्देश्य वित्तीय स्थिरता बनाए रखना, निवेशकों के पैसों की सुरक्षा करना, धोखाधड़ी और वित्तीय अपराधों को रोकना और बैंक बीमा कंपनियां, शेयर बाजार आदि कामकाज पर निगरानी और संतुलन बनाए रखना। यह सब नियंत्रण और निगरानी रखने के लिए भारत में प्रमुख 5 संस्थाएं निर्माण की है।

भारत में प्रमुख वित्तीय नियामक संस्थाएं:

  1. भारतीय प्रतिभूति और विनियम बोर्ड (Security and Exchange Board of India)
  2. भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India)
  3. भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (Insurance Regulatory and Development Authority of India)
  4. राष्ट्रीय पेंशन नियामक प्राधिकरण (Pension Fund Regulatory and Development Authority)
  5. वित्त मंत्रालय (Finance Ministry)

1.भारतीय प्रतिभूति और विनियम बोर्ड (SEBI Security and Exchange Board of India)

स्थापना :

12 अप्रैल 1992

मुख्यालय (Headquarter):

मुम्बई, महाराष्ट्र

भूमिका और जिम्मेदारियां (Roles and Responsibilities):

  • SEBI की स्थापना भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों के हितों के रक्षा करने के लिए की गई है।
  • समय-समय पर भारतीय शेयर बाजार के विकास के लिए बढ़ावा देना।
  • SEBI स्टॉकब्रोकरों, निवेशकों, निवेश सलाहकार को, बाजार के एजेंट को, बैंकों को, मर्चेंट बैंक को, अन्य कंपनी को शेयर बाजार में पंजीकरण करने के लिए एक प्लेटफार्म की सुविधा उपलब्ध करती है।
  • SEBI डिपॉजिटर को, प्रतिभागियों को, प्रतीक वीडियो के संरक्षक को, विदेशी निवेशक को और क्रेडिट रेटिंग एजेंसी को नियंत्रित करता है।
  • यह भारतीय बाजार से संबंधित आधुनिक व्यापार (Inside Trading), धोखाधड़ी (Fraud) और अनुचित व्यापार (Unafair Trading) पर प्रतिबंध लगाने का कार्य करता है।
  • SEBI सुनिश्चित करता है कि निवेशक को बाजार के मध्यस्थि (Market Intermediatories) के बारे में जानकारी दी जाए।
  • SEBI भारतीय बाजार में अनुसंधान और विकास का ध्यान रखने के लिए भी कार्य करता है।

2. भारतीय रिजर्व बैंक -RBI (Reserve Bank of India):

स्थापना :

1 अप्रैल 1935

मुख्यालय (Headquarter):

मुंबई, महाराष्ट्र

भूमिका और जिम्मेदारियां (Roles and Responsibilities):

  • RBI भारत की केंद्रीय बैंक का काम करता है।
  • मौद्रिक नीति बनाना ।
  • भारत में चलने वाले बैंक को और वित्तीय संस्थानों को नियंत्रित करने का काम करता है।
  • विदेशी मुद्राओं का निगरानी रखना।
  • भारत में वित्तीय समावेश करना।
  • भारत की हर नागरिक और क्षेत्र में रहने वाले लोगों को वित्तीय जानकारी प्रदान करना।
  • देश के समग्र आर्थिक विकास को समर्थन देने के लिए RBI विकासात्मक कार्य भी करता है।
  • भारतीय मुद्रा को नियंत्रण करना।

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3. भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण – IRDAI (INSURANCE REGULATORY AND DEVELOPMENT AUTHORITY OF INDIA)

स्थापना :

1999

मुख्यालय (Headquarter):

हैदराबाद, तेलंगाना

भूमिका और जिम्मेदारियां (Roles and Responsibilities):

  • भारत की बीमा क्षेत्र को नियमित करना।
  • बीमा क्षेत्र का विकास का कार्य करना।
  • बीमा क्षेत्र में चलने वाले जीवन बीमा कंपनी और सामान्य बीमा कंपनी को लाइसेंस उपलब्ध करवाना।
  • बीमाधारकों कहीं तो की सुरक्षा करना।
  • बीमा की जो प्रीमियम हुई उनको नियंत्रित करना।
  • बीमा खरीदने के बाद किसी भी व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी ना हो इसके लिए नियम और कानून बनाना।
  • बीमा कंपनी के बीचमें निपक्षा प्रतियोगिता रखना।
  • भारत में बीमा के प्रति हर क्षेत्र में जागरूकता प्रदान करना।
  • बीमा के तहत जो निवास करने की योजनाएं हैं उनमें निवेशकों के पैसे को सुरक्षित रखना।
  • नियमित अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए बीमा कंपनियों का नियमित निरीक्षण और लेखा परीक्षण करना।
  • समय पर दवा (Timely Claim) मिलने के लिए  शिकायत निवारण तंत्र स्थापित करना और दावा करने की प्रक्रिया को सुनिश्चित करना।

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4. राष्ट्रीय पेंशन नियामक प्राधिकरण – PFRDA (Pension Fund Regulatory and Development Authority)

स्थापना :

2003

मुख्यालय (Headquarter):

नई दिल्ली

भूमिका और जिम्मेदारियां (Roles and Responsibilities):

  • भारत में पेंशन योजनाओं का नियमन और विकास करना।
  • राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली को नियमित करना।
  • सरकारी और निजी क्षेत्र में काम करने वाले व्यक्ति की पेंशन की निगरानी रखना।
  • पेंशन फंड कंपनियों को लाइसेंस प्रदान करना।
  • कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति के बाद उनके पेंशन क्या ध्यान रखना।
  • किसी कर्मचारी के साथ धोखाधड़ी हो जाए तो उसके लिए तक्रार प्रणालिका स्थापना करना।

5. वित्त मंत्रालय (Ministry of Finance):

स्थापना :

1947

मुख्यालय (Headquarter):

नई दिल्ली

भूमिका और जिम्मेदारियां (Roles and Responsibilities):

  • हर वित्तीय वर्ष में आर्थिक बजट तैयार करना।
  • विद योर आर्थिक नीति बनाना या वित्त मंत्रालय का प्रमुख काम है।
  • टैक्स नीति, बैंकिंग, बीमा, पूंजी बाजार आदि शत्रु में नीति बनाना।
  • भारत में कार्यरत करने वाले कई विभाग को स्वयंचालित रखना। जैसे कि आर्थिक कार्य विभाग, राजस्व विभाग, वित्तीय सेवा विभाग, निवेश और  सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग। इन सभी विभागों को नियंत्रित करना।

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