परिचय
Credit Card: आज के आधुनिक दुनिया में पैसों का लेनदेन काफी आसान हो गया है। पहले जहां नगद (Cash) का इस्तेमाल ही एक मुख्य साधन था, जबकि आज डिजिटल पेमेंट और क्रेडिट कार्ड ने वित्तीय लेनदेन की परिभाषा बदल दी है। क्रेडिट कार्ड ना केवल खर्च करने का आधुनिक माध्यम है बल्कि यह आपकी क्रेडिट का इतिहास और वित्तीय अनुशासन को भी दर्शाता है। सही तरीके से उपयोग करने पर कई सुविधाए प्रधान होती है, वही गलत उपाय करने पर यह कर्ज का भी कारण बन सकता है।
क्रेडिट कार्ड (Credit Card) क्या है?
क्रेडिट कार्ड एक प्रकार का प्लास्टिक का कार्ड होता है, जिसे बैंक या वित्तीय संस्था जारी करते हैं। इसके जरिए ग्राहक से एक निश्चित लिमिट तक पैसे उधार लेकर खरीदारी का भुगतान कर सकते हैं। इसे सरल भाषा में समझो तो “क्रेडिट कार्ड बैंक द्वारा दिया गया एक साधन है जिससे आप अभी खर्च कर सकते हैं और बाद में भुगतान कर सकते हैं। क्रेडिट कार्ड लेते समय आपको एक कार्ड पर एक राशि निश्चित की जाती है। इस राशि के अंतर्गत आप कार्ड से खरीदी करने के लिए इस्तेमाल कर सकते।
क्रेडिट कार्ड कैसे काम करता है?
- शुरू में बैंक आपको क्रेडिट कार्ड देते समय एक क्रेडिट लिमिट (Credit Limit) तय करता है।
- इस लिमिट तक आप खरीदारी, ऑनलाइन पेमेंट, बिल पेमेंट आदि कर सकते हैं।
- हर एक महीने के अंत मैं बैंक आपको खरीदारी का बिल का स्टेटमेंट (Bill Statement) भेजता है।
- इसमें आपका कुल खर्च (Total Spend Amount), न्यूनतम भुगतान राशि (Minimum Paymen) और देय तिथि (Payment Date) लिखी होती है।
- अगर आप पूरी राशि समय पर चुके हैं तो कोई भी ब्याज नहीं लगता।
- लेकिन अगर केवल न्यूनतम राशि भरते हैं, या देर से भुगतान करते हैं। तो बैंक आपसे सालाना 36% से 42% के बीच में ब्याज वसूल करता है।
क्रेडिट कार्ड (Credit Card) के प्रकार
अलग-अलग जरूरत के हिसाब से भारत में बहुत सारे क्रेडिट कार्ड के प्रकार उपलब्ध है।
- स्टैंडर्ड क्रेडिट कार्ड (Standard Credit Card): यह क्रेडिट कार्ड सामान्य खर्च के लिए होता है। जिसमें बहुत सामान्य विशेषताएं होती है।
- रिवॉर्ड क्रेडिट कार्ड (Reward Credit Card): इस प्रकार के कार्ड में आपको हर खर्चे पर पॉइंट्स मिलते हैं जिन्हें बाद में गिफ्ट, वाउचर या डिस्काउंट में बदल सकते हैं।
- ट्रैवल क्रेडिट कार्ड (Travel Credit Card): यह कार्ड हवाई यात्रा, होटल बुकिंग, एयर माइल्स पर छूट और लाउंज एक्सेस होता है।
- बिजनेस क्रेडिट कार्ड (Busines Credit Card): व्यापारियों और कंपनी के लिए जिसमें खर्च और एकाउंटिंग ट्रैकिंग आसान होती है।
- प्रीमियम कार्ड (Premium Credit Card): हाई नेट वर्थ (High Net Worth) लोगों के लिए जिसमें लग्जरी ऑफर (Luxary Offer), एयरपोर्ट लाउंज, गोल्फ (Golf), हेल्थ केयर (Health Care) जैसी प्रीमियम सेवाएं मिलती है। इन सारी सेवाओं पर उनको डिस्काउंट मिलता है।
- स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड (Student credit card): इस प्रकार के कार्ड छात्रों के लिए जिसमें कम लिमिट और आसान पेमेंट के विकल्प उपलब्ध होते हैं।
क्रेडिट कार्ड के फायदे
- तुरंत कैशलेस पेमेंट: आपको नगद रखने की जरूरत नहीं है।
- भुगतान समय (Credit Period): अभी खर्च करें और बाद में 45 से 50 दिन तक बिना ब्याज के भुगतान कर सकते है।
- रिवार्ड्स और ऑफर (Rewards and Offer): हर खर्चे पर रीवार्ड प्वाइंट्स, कैशबैक, डिस्काउंट जैसी सुविधा उपलब्ध होती है।
- आपातकालीन स्थिति में मददगार: अचानक होने वाले मेडिकल खर्चे या यात्रा के खर्च के लिए काम आता है।
- क्रेडिट स्कोर की सुधारना: समय पर भुगतान करने से आपका सिबिल स्कोर बेहतर होता है।
- ऑनलाइन शॉपिंग और ईएमआई (EMI) की सुविधा: महंगे सामान को खरीदी करने के बाद, पूरी राशि को EMI भर सकते है।
- विश्व में उपयोगिता (World Wise Use): विदेशी यात्रा करने के लिए या अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन शॉपिंग करने के लिए आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड के नुकसान
- उच्च ब्याज दर: समय पर भुगतान न करने पर आपको 36% से 42% तक सालाना ब्याज लगता है।
- अत्यधिक खर्च करने की आदत: जरूर से ज्यादा खर्च करने की आदत आपको लग सकती है। इसलिए जरूरत को तभी इस्तेमाल करें।
- लेट फीस और पेनाल्टी (Late Fees and Penalty): देर से भुगतान करने पर आपको भारी जुर्माना भरना पड़ता है।
- कर्ज का बोझ: अगर खर्च करने में नियंत्रण नहीं रखा तो, आपके ऊपर कर्ज पड़ता ही चला जाता है।
- क्रेडिट स्कोर पर असर: समय पर पोस्ट ना करने से CIBIL स्कोर खराब हो सकता है।
- वार्षिक शुल्क: कई सारे ऐसे कार्ड है, जिन पर सालाना शुल्क देनी पड़ती है।
क्रेडिट कार्ड (Credit Card) के लिए आवश्यक दस्तावेज
- पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट आदि)
- पते का प्रमाण (बिजली का बिल, राशन कार्ड)
- आई का प्रमाण (सैलरी स्लिप, ITR, बैंक स्टेटमेंट)
- पासपोर्ट साइज फोटो
किन लोगों के लिए क्रेडिट कार्ड उपयोगी है?
- नौकरी पेशा वाले लोग जी ने नियमित सैलरी मिलती है।
- बिजनेस करने वाले लोग जिनकी स्थिर आय हैं।
- जो लोग रेगुलर ऑनलाइन शॉपिंग या ट्रैवल करते हैं।
- जिनकी आयु 21 वर्ष से अधिक और स्थिर आय का प्रमाण दे सकते है।
क्रेडिट कार्ड से जुड़ी परिभाषाएं
- क्रेडिट लिमिट (Credit Limit): एक कार्ड पर अधिकतम राशि जो आप खर्च कर सकते हैं।
- बिलिंग साइकिल (Billing Cycle): हर महीने का एक निश्चित समय जिसमें खर्ची जोड़े जाते हैं।
- न्यूनतम भुगतान राशि (Minimum Due Amount): वह राशि जो आपको अनिवार्य रूप से भरनी होती है।
- रिवॉल्विंग क्रेडिट (Revolving Credit): जब आप पूरा भुगतान न करके केवल न्यूनतम राशि भरते हैं और बाकी बाकी राशि पर ब्याज लगता है।
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते समय सावधानियां
- समय पर भुगतान करें, जो आपको ज्यादा ब्याज दर और पेनल्टी से बचाता है।
- केवल जरूरत के अनुसार ही खर्च करें।
- क्रेडिट लिमिट का पूरा उपयोग न करें। कोशिश करे कि, क्रेडिट लिमिट का कुछ प्रतिशत कृषि भविष्य के लिए रखें।
- बहुत सारे कार्ड के लिए अप्लाई ना करें, जिसकी वजह से आपका CIBIL स्कोर खराब होता है।
- केवल विश्वसनीय वेबसाइट पर ही क्रेडिट कार्ड की जानकारी डालें।
- एसएमएस या ईमेल अलर्ट की सुविधा ले, ताकि हर ट्रांजैक्शन की जानकारी तुरंत मिली।
- कैश विड्रोल (Cash Withdrawal) से पैसे ना निकले। कश्मीर पैसा निकालने पर आपको अलगसे फीस (Fee) देनी पड़ती है और ज्यादा ब्याज भी लगता है।
भारत की टॉप 5 क्रेडिट कार्ड कंपनी
- एचडीएफसी बैंक क्रेडिट कार्ड
- स्टेट बैंक क्रेडिट कार्ड
- आइसीआइसीआइ बैंक क्रेडिट कार्ड
- एक्सिस बैंक क्रेडिट कार्ड
- कोटक महिंद्रा क्रेडिट कार्ड
क्रेडिट कार्ड(Credit Card) कैसे चुने
क्रेडिट कार्ड को चुनते समय बहुत सारी ऐसी बातें जो आपको ध्यान में रखनी चाहिए। इसलिए नीचे दिए हुए बिंदु को जरूरत पढ़े।
- अपनी आय और खत्म को ध्यान में रखकर कर को चुने।
- अगर आप शॉपिंग ज्यादा करते हैं तो रिवॉर्ड या कैशबैक कार्ड चुने।
- अगर आप ज्यादा यात्रा करते हैं तो ट्रैवल कार्ड चयन करे।
- वार्षिक शुल्क और छुपे हुए चार्ज चेक करें।
- अलग-अलग कार्ड पर मिलने वाले ऑफर्स और बेनिफिट्स की तुलना करें।
- बैंक की ग्राहक सेवा और सुरक्षा फीचर्स भी देखें।
क्रेडिट कार्ड(Credit Card) संबंधित धोखाधड़ी से कैसे बचे?
- कार्ड की जानकारी किसी के साथ शेयर ना करें।
- OTP या CVV कभी किसी को शेयर ना करें।
- पब्लिक Wi-Fi पर पेमेंट ना करें।
- बैंक की एसएमएस (SMS) और ईमेल को ही माने, फेक कॉल (Fake Call) से सावधान रहे।
- कार्ड को को जाने पर तुरंत ब्लॉक कराए।
- ज्यादा से ज्यादा वर्चुअल कार्ड और सिक्योरिटी पिन का इस्तेमाल करें
यूपीआई और क्रेडिट कार्ड का मिलन
- अब कई बैंक को नहीं यूपीआई पर क्रेडिट कार्ड पेमेंट की सुविधा शुरू की है। इसका फायदा यह है कि ग्राहक छोटे-बड़े खर्चों लिया क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर सकते हैं। यूपीआई और क्रेडिट कार्ड का मिलन भारत में पेमेंट इंडस्ट्री में गेम चेंजर साबित हो सकता है।
RBI’s Guideline for Credit Card
निष्कर्ष
क्रेडिट कार्ड एक (Credit Card) आधुनिक और सुविधाजनक वित्तीय साधन है। अगर इसे अनुशासन और समझदारी से इस्तेमाल किया जाए तो, यह कई फायदे देता है। लेकिन अगर लापरवाही बढ़ती जाए तो, यह कार्ड कर्ज और वित्तीय परेशानी का कारण बन सकता है। इसलिए हमेशा समय पर भुगतान करें, अनावश्यक खर्चे से बचे और केवल उतना ही उपयोग करें जितना आप चुका सकते हो।