DAIRY FARMING: दुध का व्यापार -जानिए जरूरी बातें। दूध की बढ़ती मांग का लीजिए फायदा।

DAIRY FARMING : परिचय (Introduction)

DAIRY FARMING : भारत एक कृषि प्रधान देश, यहां पर हमें खेती से जुड़े हुए बहुत सारे व्यापार चलते हैं। इसमें सही एक दूध का व्यापार, जो तेजी से बढ़ रहा है। क्योंकि दूध इस्तेमाल भारत की हर घर में किया जाता है किसी कारण इसकी मांग भी बढ़ती जा रही है। सिर्फ भारत में ही दुनिया के खासकर विकासशील देशों भी दूध की मांग लगातार बढ़ रही है। इसी वजह से एक ऐसा व्यापार बन चुका है जिसमें आप बहुत ज्यादा नफा कमा सकते हैं। इस व्यवसाय का विस्तार करने के लिए आपको बहुत सारे माध्यम उपलब्ध है। आप सिर्फ भारत में ही नहीं दुनिया के किसी भी कोने में दूध बेचना अवसर आपको मिल सकता है। दूध और दूध उत्पादों की वैश्विक मांग लगातार बढ़ रही है। जैसे-जैसे जनसंख्या बढ़ रही है खासकर विकासशील देशों में पोषण युक्त आहार की आवश्यकता भी उसी स्तर पर बढ़ रही है अब दूध आपके दैनिक आहर का मुख्य घटक बन चुका है इसी कारण दूध व्यापारी के लिए एक स्थाई बाजार बना देता है।

दूध व्यवसाय (DAIRY FARMING) कैसे शुरू करें?

दूध विभाग से शुरू करना एक आपके लिए लाभदायक कम हो सकता है। अगर आप एक सही योजना और एक अच्छा खासा निवेश के साथ इस व्यापार को शुरू करते हैं तो आपको विश्व व्यापार में लंबे समय तक एक स्थिरता और सफलता  प्रदान होती है। इस व्यापार को शुरू करने में आपको प्रारंभिक निवेश ज्यादा होता है एक बार आप निवेश कर लिया उसके बाद आपका खर्चा बहुत कम हो जाता है।

दूध व्यापार (DAIRY FARMING) में प्रारंभिक निवेश कैसे करें ?

हर एक व्यापार की तरह दूध का  व्यापार में भी शुरू में आपको बहुत सारा निवेश करने की जरूरत होती है। यदि आप सही योजना और निवेश के साथ इसका शुरुआत करते हैं तो आपको सफलता जरूर मिलती है। आप जो शुरू में निवेश करते हैं इसमें जमीन उपकरण पशु और अन्य सुविधाओं की लागत शामिल होती है। भले शुरुआती का खर्च ज्यादा होता है सही प्रबंधन करके आप यह व्यापार वर्षों तक चला सकते हैं।

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दूध व्यापार में लगने वाली आवश्यक बातें क्या है ?

DAIRY FARMING करने के लिए आपको एक दूध फॉर्म यानी डेरी फार्म की स्थापना करनी होती है। यह डेरी फार्म को आपको एक उचित ढांचे की आवश्यकता होती। जो आपको बारिश के समय होने वाली दिक्कतों की सामने से आपको बचाता है। इसी के साथ आपको दूध निकालने की मशीन, शेड, चारागाह और और दूध भंडारण तथा प्रोसेसिंग यूनिट की जरूरत होती है। अच्छे प्रकार का नियोजित ढांचा आपका फार्म में रहने वाले पशुओं की अच्छी सेहत के लिए आवश्यक है।

लाइसेंस और नियम (License and Rule)

दूध का व्यापार (DAIRY FARMING) शुरू करते समय आपको कानूनी नियम और लाइसेंस को पालन करना होता है। दूध उत्पन्न से जो कानून जुड़े होते हैं उनको सुनिश्चित करके आपको आपका फॉर्म में स्वच्छता, सुरक्षा दोनों पर ध्यान देना होता है। इसलिए आप स्थानिक नियमों की जानकारी जरूरी है और इस सूचना का पालन करें।

DAIRY FARMING में सफलता कैसे लाएं ?

जैसे-जैसे दूध का व्यापार (DAIRY FARMING) पड़ रहा है, आपके प्रतिस्पर्धी भी बाजार में बढ़ रहे हैं। इसलिए आपको एक आपकी अलग पहचान बनानी होगी। इसको ध्यान में रखते हुए आपको एक प्रभावशाली ब्रांड बनाना होगा इसी के साथ-साथ आपको एक अच्छी सी वितरण प्रणाली की भी तैयार करनी होगी जिसका उपयोग आप अधिक से अधिक ग्राहकों तक पहुंच सकते हैं और एक लंबे समय के लिए उनके साथ अच्छे संबंध बना सकते हैं।

दूध व्यापार (DAIRY FARMING) में आप ब्रांड कैसे बनाएंगे ?

आप जो दूध का ब्रांड बनाएंगे वह एक सबसे अलग पहचान देने वाला ब्रांड होना चाहिए जो भीड़ में भी पहचान में आना चाहिए। इसका उपयोग करते हुए आप चाहे दूध भेजें या दूध के किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट को भेजें ए ब्रांच आपकी पहचान बता देगा। जब भी आप ब्रांड बनाने के समय दूध या उसके वैल्यू एडेड उत्पाद बनते हैं उसकी गुणवत्ता और ब्रांडिंग में ध्यान देते हैं तब ग्राहक आपकी तरफ आकर्षित होते हैं। जब आपका ब्रांड अच्छा होता है तब आपके ग्राहक ही आपका प्रचार करने के लिए मदद करते हैं।

दूध का व्यापार (DAIRY FARMING) करते विशेषज्ञ की सलाह जरूरी ले ।

जब आप दूध का व्यापार शुरू करते हैं तब आपको बहुत सारी बातें इसके बारे में पता होती है।  लेकिन दूध का व्यापार एक विस्तार में करना चाहते हैं और प्रबंधन प्रणाली बनाना चाहते हैं तो दूध के व्यापार से निकट विशेषज्ञ के सलाह जरूर लेनी चाहिए।आप वैद्य, पोषण विशेषज्ञ, कृषि विशेषज्ञ इत्यादि लोगों की सलाह जरूर ले।

दूध के लिए (DAIRY FARMING) पशुपालन करने के लिए तकनीकी जरूरत क्या है ?

नीचे जो बातें दी हुई है उन बातों को आपको अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए.

  1. ढांचा बनाने के लिए जमीन: अच्छी ऊंचाई वाली जमीन का चुनाव कीजिए और जहां पर पशु रहेंगे वहां पर अच्छे से रोशनी और हवा भी आनी चाहिए ऐसा ढांचा बनाएं।
  2. अच्छे दुधारू क्षमतावाले पशु: अच्छी जात वाली भैंस या गाय का चयन किजिए।
  3. उपकरण और मशीनरी: दूध निकालने की मशीन, चारा काटने की मशीन, मलमूत्र जमा करने की मशीन, बायोगैस यंत्र, पशु को ठंडी हवा देने के लिए बड़ा कुलर इत्यादि की जरूरत होती है।
  4. सबके लिए अलग रूम: जो नए पशु आप लाते हैं और इसके अलावा जो पशु बीमार होती है उनके लिए एक सेपरेट क्वारंटाइन (Quarantine Room) होना चाहिए। इसके अलावा स्टाफ क्वार्टर, स्टोर रूम,दूध कक्षा,शेड और  कार्यालय इनका भी अलग-अलग रूम होना चाहिए।
  5. जानवर की जात : जानवर खरीदी करते हुए आपको उसकी नस्लब, उसकी प्रजाति, उसका स्थान, उसका आयु, दूध देने की क्षमता पता होनी चाहिए।
  6. प्रजनन की सुविधा: एक प्रेग्नेंट जानवर के लिए प्रजनन की सुविधा होनी चाहिए इस सुविधा में सीमेन की उपलब्धता, स्टाफ़ की उपलब्धता, डॉक्टर की उपलब्धता, यह सब जरूर चीजों का ध्यान देना चाहिए.
  7. आहार: चार और आहार का स्रोत आपके पास हमेशा उपलब्ध होना चाहिए। हर हंगाम के अनुसार आपके पास फसल उपलब्ध होनी चाहिए। हंगामा के अनुसार आप पशु को खाने के लिए फसल देते हैं तब उनकी सेहत भी अच्छी रहती है।
  8. पानी और बिजली : पानी का स्रोत पर्याप्त मात्रा में होना चाहिए किसी के साथ बिजली का बिल समस्या नहीं होनी चाहिए। बिजली की समस्या दूर करने के लिए आपके पास जनरेटर के बीच सुविधा होनी चाहिए।
  9. वेस्ट मटेरियल प्रबंधन (Waste Material Managament): जानवरों की वजह से होने वाली वेस्ट जैसे कि गोपाल मल मूत्र का अच्छा खासा प्रबंध करना चाहिए।

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निष्कर्ष (Conclusion):

दूध की बढ़ती हुई मांग आपके लिए दूध का व्यापार करने के लिए उत्साहित करने वाली बात है। DAIRY FARMING इस व्यवसाय में अगर आप अच्छे से निवेश करके और अच्छी जानकारी लेकर शुरू करते हैं तो आप इसका फायदा काफी लंबे समय तक लेकर अच्छा खासा है मुलाकात कमा सकते हैं। भारत में ही में बल्कि पूरे विश्व दूध की मांग बढ़ रही है। इसी बात को ध्यान करो रखते हुए आप दूध व्यापार चालू कर सकते हैं।

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