Mutual Fund ( म्युचुअल फंड ) जानिए क्या है ?
Mutual Fund 2025 ( म्युचुअल फंड ) इन्वेस्टमेंट का सबसे आसान तरीका है। जहां पर हम लोग अपने हिसाब से छोटा-छोटा पैसा हर एक महीने में जमा कर सकते हैं। ये इन्वेस्टमेंट कम से कम ₹500 में शुरू हो सकता है। यहां पर आपको दो प्रकार के पर्याय (Options) दिए जाते हैं। पहला और सबसे आसान तरीका यह है कि यहां पर हम हर महीने अपने हिसाब से छोटा-छोटा रक्कम अपने खाते से निकाल कर एस.आई.पी. (SIP) के माध्यम से म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं और दूसरा तरीका यह है हम एक टाइम (LUMPSUMP) पर हमें जितना पैसा डालना है एक लंबे समय तक निवेश कर सकते है। यह जो पैसा हम म्युचुअल फंड में डाल रहे हैं वह शेयर मार्केट में निवेश होता है। यहां पर जो रिस्क होता है और शेयर मार्केट (SHARE MARKET) कैसे के बराबर मापा जाता है। जो जितना रिस्क (Risk) ले सकता है उसको रिटर्न भी उतनी ज्यादा मिलते हैं। परंतु आप म्युचुअल फंड का इतिहास देखेंगे तो ऐसा कभी नहीं हुआ कि किसी का पैसा डूब जाए ऐसा एक भी म्युचुअल फंड आपको नहीं मिलेगा कि वह जिसका वैल्यू जीरो हो गया है। जब मार्केट गिरता है तब म्युचुअल फंड भी गिरता है जब मार्केट गिरता है तब म्युचुअल फंड बढ़ता है। म्युचुअल फंड की एक ऐसी खासियत है जो जितना ज्यादा दिन के लिए पैसा लगेगा उतना वह पैसा पड़ेगा। ज्यादा टाइम न्यूज़ करो ज्यादा पैसा बना कम रिस्क ले लो। मना जब मार्केट गिरता है किसी आकस्मिक कारण की वजह से तब न्यूज़ को सबसे आसान तरीका मिलता है मार्केट में पैसा डालने के लिए। मार्केट गिरता इसका मतलब क्या होता है जो शेर का वैल्यू होता है जो इस तरह म्युचुअल फंड में एक यूनिट का एक अलग वैल्यू रहता है। जब मार्केट गिरता है तब मिनट का भी वैल्यू गिरता है इसका मतलब यह होता है कि वह यूनिट में सस्ते में मिल रहा है। अगर हम कोई चीज सस्ते में खरीदे खरीद लेते हैं इसका मतलब क्या होता है कि वह चीज अगर भविष्य में उसका भाव बढ़ता है तो हमें ज्यादा फायदा मिलता है उन लोगों से जिन्होंने यही चीज जब मार्केट ऊपर होता है खरीद ली होती है। तो ऐसे ही गिरावट का टाइम जो होता है वही सबसे अच्छा तरीका होता है म्युचुअल फंड में पैसा डालने के लिए।
म्युचुअल फंड में निवेश (INVEST) कैसे करें?
म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट करने के लिए आपके पास एक डीमैट (DMAT) अकाउंट होना जरूरी हैं। डिमैट अकाउंट आप किसी भी बैंक में जाकर डिमैट अकाउंट ओपन कर सकते हैं। बैंक के अलावा बहुत सारे डीमैट सर्विस प्रोवाइडर है कि जिनको सेबी (SEBI) ने मान्यता दी है। बैंक के अलावा जो सर्विस प्रोवाइड है वही सबसे आसान तरीका है म्युचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट करने का जहां पर आपको बहुत फास्ट और आप वहां पर खुद निवेश कर सकते हैं। ए सर्विस प्रोवाइडर आपको बहुत आसान प्लेटफार्म प्रोवाइड करते हैं म्युचुअल फंड में निवेश करने के लिए। डिमैट अकाउंट खोलने के बाद आपको एक फोलियो (FOLIO) नंबर दिया जाता है। मार्केट में जितने भी म्युचुअल फंड है उन सब का अलग एक फोलियो नंबर होता है आप जिस फंड (FUND) में पैसा डालोगे तब आपका फोलियो नंबर तयार होता है और उसे फोलियो नंबर के हिसाब से ही आपका पैसा कितना बड़ा कितना कम हुआ आपको पता चलता है।
म्युचुअल फंड (MUTUAL FUND ) के प्रकार क्या है?
मशेयर मार्केट में जिस प्रकार की कंपनी में आपने पैसा डाला है उसी प्रकार से म्युचुअल फंड का प्रकार होता है। म्युचुअल फंड सामान्य तीन प्रकार होते हैं
- लार्ज कैप फंड (LARGE CAP FUND)
- मिड कैप फंड (MID CAP FUND)
- स्मॉल कैप फंड (SMALL CAP FUND)
आवश्यक दस्तावेज (DOCUMENT )जो म्युचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट करने के लिए लगती है।
- बैंक खाता नंबर (BANK ACCOUNT NUMBER)
- पैन कार्ड (PAN CARD)
- आधार कार्ड (ADAHR CARD)
- मोबाइल नंबर (MOBILE NUMBER) जो आपके आधार कार्ड से लिंक है।
यस.आई.पी (SIP) क्या होता है।
SIP सबसे आसान तरीका है म्युचुअल फंड में निवेश करने के लिए। यहां पर हर महीने आपके बैंक खाते से एक फिक्स (FIX) रक्काम म आपके म्युचुअल फंड में जमा कर सकते हैं। इसमें आपके अकाउंट में से पैसा जाने के लिए एक मैंडेट (MANDATE) दिया जाता है। मैंडेट(MANDATE ) देना एक समय प्रक्रिया से। ए मैंडेट साल 2 साल के लिए चलता है उसके बाद आपको MANDATE RENEW करना होता है। आपने जिस दिन का मैंडेट दिया है उसे दिन आपके अकाउंट में उतना पैसा होना चाहिए। नहीं तो आपके अकाउंट पर चार्ज लगा सकते हैं।
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म्युचुअल फंड (MUTUAL FUND) में एक ही बार (LUMP SUMP) पैसा कैसे डालें ?
म्युचुअल फंड में लंप सम पैसा डालना अब एक सबसे आसान तरीका है आप एक ही बार आपके अकाउंट में से पैसे डेबिट करके म्युचुअल फंड में डाल सकते हैं। यह पैसे डालते समय आपको एक जरूरी चीज ध्यान में रखनी है कि उस फंड में लॉकिंग पीरियड (LOCKING PERIOD) है कि नहीं है। जिस फंड पर में लॉकिंग समय होता है उसे फंड का पैसा आप आपके हिसाब से नहीं निकाल सकते जितना samay का लॉकिंग पीरियड होता है उतनी समय तक आपको उसे पर में पैसा रखना होता है।
क्या हम म्युचुअल फंड में टैक्स (TAX SAVE ) की बचत कर सकते हैं ?
हां जरूर आप म्युचुअल फंड में टैक्स की बचत कर सकते हैं क्योंकि वहां पर ऐसे भी फंड है जहां पर टैक्स सेविंग होता है। इस फंड में से आप जब पैसा निकालते हैं तब इस फोन पर टैक्स नहीं लगता। इस प्रकार के फंड को अनन्युटी (ANNUITY FUND) और पेंशन (PENSION FUND) फंड कहा जाता है।
क्या हम म्युचुअल फंड में से सोना (GOLD) खरीद सकते हैं ?
म्युचुअल फंड में आप एक जरूरी सुविधा आपको दी हुई है आप यहां पर डिजिटल फॉर्म सोने में निवेश कर सकते हैं। जैसे-जैसे सोने का भाव कम ज्यादा होता है इस तरह आपके म्युचुअल फोन में जो गोल्ड का पैसा है वह भी काम ज्यादा होता रहता है।
क्या म्यूचुअल फंड बहुत ज्यादा (RISKY) रिस्की है ?
म्युचुअल फंड के हर एक फंड में अलग प्रकार का रिस्क होता है। यदि आप आपका पैसा लंबे समय तक होल्ड कर सकते हैं तो यहा आपका रिस्क जीरो हो जाता है। म्युचुअल फंड का यही इतिहास है कि आज तक कोई ऐसा फंड नहीं है जो जीरो हुआ है। लंबा समय ज्यादा रिटर्न यही म्युचुअल फंड का सही तरीका है।