Public Provident Fund (PPF)
Public Provident Fund (PPF)- सार्वजनिक भविष्य निधी क्या है ?
पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी सार्वजनिक भविष्य निधि यह एक भारत सरकार के वित्तीय मंत्रालय ने शुरू की है, जो एक निवेश की योजना है। जो द्दीर्घकालीन निवेश करने का एक लोकप्रिय माध्यम बन चुका है। इसका जो ब्याज दर होता है वो सामान्य निवेश योजना से ज्यादा होता है। इसमें जो निवेश करते हैं उस पर आपको टैक्स बचत होती है और निवेश पर मिलने वाले पूरे रिटर्न पर किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं लगता। लोक भविष्य निधि का खाता हम सिर्फ ₹500 से शुरू कर सकते हैं। यहां पर आपको सालाना कम से कम ₹500 भरना होता है और ज्यादा से ज्यादा आप 1.5 लाख रुपए भर सकते है।
पीपीएफ (PPF) खता के लिए कौन पात्र है?
भारत में रहने वाला हर एक नागरिक यह खाता खोल सकता है। नाबालिक या अस्वस्थ व्यक्ति भी पीपीएफ खाता खोल सकते हैं, परंतु नाबालिक व्यक्ति को खाता खोलने के लिए उनके माता-पिता या गार्जियन यह खाता खोल सकते हैं। एनआरआई और एचयूएफ पीपीएफ खाता खोलने के लिए पत्र नहीं होती।
पीपीएफ के फायदे ।
- लंबे समय के लिए निवेश: एक बार PPF खाता खोला जाता है तो उसका मेच्योरिटी पीरियड 15 साल का होता है।
- निवेश की सुरक्षा: पीपीएफ खाता भारत सरकार की योजना है। इसी कारण आपके निवेश पर किसी भी प्रकार का जोखिम नहीं होता है। सरकार के नियम के आधार पर इस योजना की पुष्टि की जाती है।
- टेक्स्ट में बचत: आपके निवेश पर जो भी रिटर्न मिलता है वह पूरा टैक्स फ्री होता है। और आप हर साल इसमें 1.5 लाख तक का निवेश करते हैं। उस निवेश पर आपको भारतीय आयकर नियम सेक्शन 80C के अंतर्गत टैक्स में छूट मिलती है।
- अच्छी ब्याज दर: भारत में चल रही पारंपरिक निवेश के माध्यम से आप तुलना करते हैं तो, पीपीएफ की ब्याज दर उनसे ज्यादा ही है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए यह ब्याज दर 7.1 निश्चित किया है।
- कम निवेश: पीपीएफ (PPF) खाता आप मात्र ₹500 निवेश करके खोल सकते हैं। एक साल में आप रुपए 500 से लेकर 1.5 लाख तक के बीच में आप निवेश कर सकते हैं।
- लोन की सुविधा: आपने जो पीएफ में निवेश किया है उस पर आपको लोन की भी सुविधा उपलब्ध होती है। आपका पीएफ में जो निवेश होता है उस पर बैंक लिन (Lien) लगाकर आपका पीएफ खाते को रोक लगता है।
- PPF खाते का हस्तांतर: PPF खाते को आप एक बैंक से दूसरे बैंक में कभी भी हस्तांतर कर सकते हैं। आपको हस्तांतर का अर्जी बैंक को भरकर देना होता है।
- नामांकन की सुविधा: PPF खाते को आप आपके परिवार में से किसी को भी वारिस लगा सकते है।
- आंशिक निकासी (Partial Withdrawal: अगर आपको कभी अचानक पैसे की जरूरत होती है तो 5 साल के बाद पीपीएफ की खाते से आप कुछ रक्कम निकाल सकते हो।
पीपीएफ (PPF) की विशेषता
तत्व (Element) | परिणाम (Results) |
ब्याज दर (Interest Rate) | 7.1% प्रति वर्ष |
न्यूनतम निवेश (Minimum Deposit) | रु. 500 प्रति वर्ष |
अधिकतम निवेश (Maximum Deposit) | ₹ 1.5 लाख प्रति वर्ष |
अवधि (Maturity Period) | 15 वर्ष |
कर लाभ (Tax Benefit) | सेक्शन 80C के तहत रु. 1.5 लाख |
पीपीएफ के लिए दस्तावेज की आवश्यकता (Document Required For PPF)?
- पहचान पत्र: जिसमें आप आधार कार्ड, मतदान कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट दे सकते है।
- पते का प्रमाण: आधार कार्ड, पासपोर्ट, बिजली का बिल, राशन कार्ड, पानी का बिल, टेलीफोन का बिल, किराए का करार।
- पासपोर्ट साइज कलर फोटो ।
- पे इन स्लिप (Pay-In-Slip)
- आयु का प्रमाण: जन्म प्रमाण पत्र नाबालिक बच्चे के लिए।
- PPF खाता खोलने की अर्जी।
- पैन कार्ड (PAN card): खाता खोलते समय पैन कार्ड नहीं है तो, आपको खाता खोलने के 6 महीने के अंदर जमा करनी होती है।
PPF से पैसे निकासी करने के नियम ?
नीचे दिए गए टेबल को को पढ़ें।
आंशिक निकासी और खाता बंद । | समय | राशि निकलने के आधार। | राशि |
आंशिक निकासी | 6 साल के बाद | कोई और | 50 % राशि। |
खाते की परिपक्वता होने के बाद | 15 साल के बाद | कोई और | पूरी राशि। |
असामयिक खाते की को बंद करना | 5 साल के बाद | शिक्षा और अस्पताल के लिए | पूरी राशि। |
क्या पीपीएफ की ब्याज दर में बदलाव हो सकता है ?
हां, पीपीएफ ब्याज दर भारत सरकार द्वारा निश्चित की जाती है। हर वित्तीय वर्ष के लिए भारत सरकार एक निश्चित प्रकार का ब्याज दर घोषित करती है। भारतीय बाजार में होने वाले बदलाव के हिसाब से पीपीएफ का ब्याज दर निश्चित होता है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए यह ब्याज दर 7.1% निश्चित किया है।
निष्कर्ष (Conclusion):
पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी सार्वजनिक भविष्य निधि एक दीर्घकालीन बचत योजना है। जो हर एक भारतीय के लिए उपलब्ध है। इस योजना में आपको किसी भी प्रकार की जोखिम नहीं लेनी होती।भारत सरकार की योजना होने के कारण आपकी निवेश की रक्कम सुरक्षित रहती है। इस योजना के तहत आपको टैक्स बचत भी होती है। इसलिए इस योजना का लाभ और एक व्यक्ति को लेना चाहिए।